• श्रीमती बसंतीबाई चांडक साहित्य पुरस्कार समिति,अकोला



स्व.श्रीमती बसंतीबाई ल.चांडक


नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः।
नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रपा।।
श्रीमती बसंतीबाई लक्ष्मीनारायण चांडक रिसर्च फॉउंडेशन, अकोला एक सेवाभावी संस्था है | फॉउंडेशन का एकमात्र उद्देश्य जरुरतमन्द को चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है | बसंती अस्पताल में प्रतिवर्ष सहस्रो रोगियों को नि:शुल्क उच्च गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा प्रदान कि जा रही है |

फॉउंडेशन द्वारा वर्ष २०१९ से साहित्य के क्षेत्र में महिलाओ के योगदान के लिये प्रतिवर्ष साहित्य पुरस्कार कि घोषणा कि है |

समाज की महिलाओ मे छिपी हुई प्रतिभा को उभारने, उनके चिंतन को सार्वभोम करने और लिखने – पढ़ने को प्रोत्साहित करने के लक्ष को लेकर यह पुरस्कार दिया जा रहा है| हम स्वीकार करते है की जब तक व्यवस्था मे स्त्रियोको उचित और सन्मान पूर्ण स्थान नहीं मिलता, घर परिवार और समाज उस ऊँचाई तक नहीं पहुँच सकता जिस पर हम सब उसे देखना चाहते है| आदरणीय माँ बसंतीदेवी चांडक, स्त्री को परिवार की धुरा समझती थी और इसीलिये यह पुरस्कार उनकी स्मृतियों को वंदन करते हुए सुशिक्षित और सबल नारियो के लिये प्रस्तावित है |

माहेश्वरी समाज से जुडी महिलाऐ इस साहित्य पुरस्कार के लिये पात्र होगी|रुपये एक लाख कि राशी व चांदी का १०० ग्राम सिक्का पुरस्कार रहेगा| साहित्य क्षेत्र में सेवारत महिलाओं के लिये यह उपक्रम चलाना ट्रस्ट का मानस है | पुरस्कार चयन के लिये संयोजक ब्रिजमोहन चितलांगेजी अकोला समिती के अध्यक्ष है|

अखिल भारत वर्षीय माहेश्वरी सभा भी पुरस्कार चयन में अहम भूमिका निभायेगी | संपूर्ण भारत वर्ष में इस प्रकार का महिलाओं के लिये दिया जानेवाला प्रथम पुरस्कार है | आगे भी यह पुरस्कार जागतिक स्थर पर लागू होगा ऐसी आकांक्षा है|